मैं जागा रे |फूलों का पलंग है मेरा, सपनों की है चादर; बदली सा झूमता है मेरी माँ का आँचल ,,,,,,,,,,,,... मैं जागा रे |फूलों का पलंग है मेरा, सपनों की है चादर; बदली सा झूमता है मेरी माँ ...
दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी हूँ दीबा है मेरा नाम मेरे रुप कई हैं हूँ धूप कहीँ और कहीँ सावन की झड़ी ...
लहराऊँ इस गुमान में फलों से लदे हुए आम ,अमरूद ,🍎सेब और अनार अपने घमण्ड में चूर लहराऊँ इस गुमान में फलों से लदे हुए आम ,अमरूद ,🍎सेब और अनार अपने घमण्ड में च...
सबसे ख़ूबसूरत थी मेरे बचपन की छोटी सी ज़िन्दगानी सबसे ख़ूबसूरत थी मेरे बचपन की छोटी सी ज़िन्दगानी
मत काटो तुम पेड़ को वरना जिंदगी बिखर जाएगी।। मत काटो तुम पेड़ को वरना जिंदगी बिखर जाएगी।।
नगें पैरों तले मैदान में पतंग लिए, पुरानी यादें ताजा करते हैं। नगें पैरों तले मैदान में पतंग लिए, पुरानी यादें ताजा करते हैं।